GANESH JI KI AARTI LYRICS - Jai Ganesh Jai Ganesh Deva

Jai Ganesh Jai Ganesh Deva Lyrics, In the domain of spiritual devotion and traditions, the enchanting verses of the Ganesh Aarti lyrics shine as a beacon of reverence and joy. These sacred words, laden with profound meaning and musical cadence, have been a cherished part of Hindu rituals and celebrations for generations. Whether you are searching the Ganesh Aarti lyrics in Hindi, Marathi, or any other language, this divine composition invokes Lord Ganesha blessings and wisdom, making it an integral part of Hindu worship. In this article, you will get complete and original Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics.


जय गणेश जय गणेश देव लिरिक्स, आध्यात्मिक भक्ति और शाश्वत परंपराओं के दायरे में, गणेश आरती के बोल के मनमोहक छंद श्रद्धा और आनंद की किरण के रूप में चमकते हैं। गहरे अर्थ और संगीतमय लय से भरपूर ये पवित्र शब्द, पीढ़ियों से हिंदू अनुष्ठानों और समारोहों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। चाहे आप हिंदी, मराठी या किसी अन्य भाषा में गणेश आरती के बोल खोज रहे हों, यह दिव्य रचना भगवान गणेश के आशीर्वाद और ज्ञान का आह्वान करती है, जिससे यह हिंदू पूजा का एक अभिन्न अंग बन जाती है। इस लेख में, आपको पूर्ण और मूल गणेश जी की आरती के बोल मिलेंगे।


Song Details :

Song : Ganesh Ji Ki Aarti
Song Type : Bhakti Bhajan
Lyrics Language : English, Hindi and Marathi


Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics

Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics In English - गणेश जी की आरती गीत अंग्रेजी में


Jai Ganesh, Jai Ganesh, Jai Ganesh Deva

Mata Jaki Parvati, Pita Mahadeva

Jai Ganesh, Jai Ganesh, Jai Ganesh Deva

Mata Jaki Parvati, Pita Mahadeva


Ek dant Dayavanta, Char Bhujadhaari

Mathe Par Tilak Sohe, Muse Ki Savari

Mathe Par Tilak Sohe, Muse Ki Savari


Paan Charhe, Phool Charhe, Aur Charhe Meva

Ladduan Ka Bhog Lage, Sant Karein Seva

Ladduan Ka Bhog Lage, Sant Karein Seva


Mata Jaki Parvati, Pita Mahadeva

Jai Ganesh, Jai Ganesh, Jai Ganesh Deva

Mata Jaki Parvati, Pita Mahadeva


Andhe Ko Aankh Deta, Kodhin Ko Kaya

Banjhan Ko Putra Deta, Nirdhan Ko Maya

Banjhan Ko Putra Deta, Nirdhana Ko Maya

'Soor' Shyam Sharan Aaye, Safal Kije Seva


Mata Jaki Parvati,Pita Mahadeva

Jai Ganesh, Jai Ganesh, Jai Ganesh Deva

Mata Jaki Parvati, Pita Mahadeva


Deenan Ki Laaj Rakho, Shambhu Sutakari

Kaamana Ko Poorna Karo Jaun Balihari


Jai Ganesh, Jai Ganesh, Jai Ganesh Deva

Mata Jaki Parvati, Pita Mahadeva

Mata Jaki Parvati, Pita Mahadeva


Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics In Hindi - गणेश जी की आरती लिरिक्स इन हिंदी


जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा

माता जाकी पारवती, पिता महादेवा

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा

माता जाकी पारवती, पिता महादेवा


एक दन्त दयावंत, चार भुजाधारी

माथे पर तिलक सोहे, मूसे की सवारी

माथे पर तिलक सोहे, मूसे की सवारी


पान चढ़े, फूल चढ़े, और चढ़े मेवा

लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा

लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा


माता जाकी पारवती, पिता महादेवा

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा

माता जाकी पारवती, पिता महादेवा


अंधे को आँख देता, कोढ़िन को काया

बाँझन को पुत्र देता, निर्धन को माया

बाँझन को पुत्र देता, निर्धन को माया

'सूर' श्याम शरण आये, सफल कीजे सेवा


माता जाकी पारवती, पिता महादेवा

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा

माता जाकी पारवती, पिता महादेवा


दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी

कामना को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी


जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा

माता जाकी पारवती, पिता महादेवा

माता जाकी पारवती, पिता महादेवा


Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics In Marathi - मराठी में गणेश जी की आरती के बोल


सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची

नुरवी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची

सर्वांगी सुन्दर ऊटी शेंदुराची

कँटी झलके मॉल मुक्ताफळांची


जयदेव जयदेव जय मंगल मूर्ति

दर्शन मात्रे मन कामना फुर्ती

जयदेव जयदेव


रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा

चंदनाची ऊटी कुंकुमकेशरा

हीरेजड़ित मुकुट शोभतो बरा

रुणझुणती नूपुरे चरनी घागरिया


जयदेव जयदेव जय मंगल मूर्ति

लम्बोदर पीताम्बर फणीवरवंदना

सरल सोंड वक्रतुंड त्रिनयना

दास रामचा वाट पाहे सदना

संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवरवंदना


जयदेव जयदेव जय मंगल मूर्ति

दर्शन मात्रे मन कामना फुर्ती


घालीन लोटांगण वंदिन चरण

डोळ्यांनी पहिं रूप तुझे

देवा प्रेम आलिंगन अनंदे पूजिन


भावे ओवाळीं म्हणे नामा

त्वमेव माता च पिता त्वमेव

त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव

त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव

त्वमेव सर्वं मम देव देव


कयना वाचा मन-सेंदरी-एंव

बुद्धयात्मना व प्रकृति-स्वभावत

करोमि यद्यात सकलं परस्मै

नारायणायेति समर्पयामि

अच्युतम केशवम राम-नारायणं


कृष्णा-दामोदरं वासुदेवं भजे

श्रीधरम माधवं गोपिका-वल्लभं

जानकी नायकम रामचंद्र भजे


हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे

हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे

हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे

हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे


गणपतिबप्पा मोरया

मंगलमूर्ति मोरया



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